1. इंदौर में चाइनीज मांझे से बच्चे की मौत के बाद जागी पुलिस।इंदौर। प्रतिबंधित चाइनीज मांझे से हुई एक मासूम की मौत ने शहर की पुलिस को तेजी से सक्रिय कर दिया है। ओमेक्स सिटी-2 निवासी 17 वर्षीय गुलशन की दुखद मृत्यु के बाद कमिश्नरेट ने पूरे शहर में पतंग सामग्री बेचने वाले दुकानों और सप्लायरों पर सख्त निगरानी शुरू कर दी। इसी अभियान में अवैध चाइनीज डोर की एक संगठित सप्लाई चेन का खुलासा हुआ, जिसका केंद्र मेवाती मोहल्ला बताया जा रहा है।
मेवाती मोहल्ला बना था बड़ा केंद्र
जांच में सामने आया कि चाइनीज मांझे की थोक सप्लाई मेवाती मोहल्ले से संचालित होती थी। यहां के कारोबारी लग्जरी बसों और ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के जरिए दिल्ली व गुजरात से यह प्रतिबंधित सामग्री मंगवाते थे और फिर शहरभर में वितरित करते थे।
पहली गिरफ्तारी रेडियो चौक से
छत्रीपुरा पुलिस ने कार्रवाई की शुरुआत रेडियो चौक (बियाबानी) क्षेत्र से की, जहां देव पुत्र रमेश ओटकर को चाइनीज मांझा बेचते हुए पकड़ा गया। पूछताछ में देव ने स्वीकार किया कि वह यह डोर मेवाती मोहल्ला निवासी समीर मेव से खरीदता है।
मेवाती मोहल्ला में दबिश — 200 रोल जब्त
TI संजीव श्रीवास्तव की टीम ने तुरंत मेवाती मोहल्ला में छापा मारकर समीर मेव को भी हिरासत में ले लिया। उसके ठिकाने से लगभग 70 हजार रुपये मूल्य के 200 रोल चाइनीज मांझे बरामद किए गए।
शहर के अन्य क्षेत्रों में भी कार्रवाई
पुलिस ने अलग-अलग हिस्सों में समानांतर कार्रवाई जारी रखी—
तुकोगंज पुलिस ने रुस्तम का बगीचा क्षेत्र स्थित गणेश पगंत सेंटर पर दबिश देकर दुकान संचालक गणेश जायसवाल को गिरफ्तार किया और प्रतिबंधित डोर जब्त की।
एमजी रोड पुलिस ने मेवाती मोहल्ला निवासी आरिफ पुत्र अब्दुल हुसैन को चाइनीज मांझा रखने के आरोप में पकड़ा।
गुलशन की मौत से गुस्सा और गम
परिवार और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मांझा गुलशन की गर्दन में इतनी गहराई तक उतर गया कि उसकी शर्ट पूरा खून सोख चुकी थी। राहगीरों ने उसे एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां भर्ती से मना कर दिया गया। बाद में परिजन एमवाय अस्पताल पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।